तुम रहना अपने द्वार,
करना मेरा इंतजार,
हम दोनो को जाना है, Read more
बुधिया ने हर बार की तरह
इस बार भी
पूरा खेत बोया था
लहलहाती फसलों को देख Read more
अभी इन आँखों पर पलकों का गुज़र जाना बाकी है,
ये नींद सामने है पर आपकी आँखों पर संवर जाना बाकी है,
रात गहरी है और सपनो का बिखर जाना बाकी है,
आप मुराद मांगिये तो सही ये सितारा अभी टूटा नहीं, इसका टूट जाना अभी बाकी है. Read more
शहर है हादसों का, यहां सब सपनों में जिया करते हैं
बस ख़ुद की खुशी की लिये सबको थोड़ा थोड़ा सा मार दिया करते हैं.
आभा….
ख्वाहिश है इस दिल की ये
ऐ वक़्त ज़रा तू पीछे चल।
मैं जी लूँ फिर से लम्हे वो Read more
चोट कड़ी है काल प्रबल की,
उसकी मुस्कानों से हल्की,
राजमहल कितने सपनों का पल में नित्य ढहा करता है|
मुझ से चाँद कहा करता है– Read more
उसकी मुस्कानों से हल्की,
राजमहल कितने सपनों का पल में नित्य ढहा करता है|
मुझ से चाँद कहा करता है– Read more
कुछ छोटे सपनो के बदले,
बड़ी नींद का सौदा करने,
निकल पडे हैं पांव अभागे,जाने कौन डगर ठहरेंगे ! Read more
टूटे हुए सपनों और छूटे हुए अपनों ने उदास कर दिया,
वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सीखने आया करती थी…