हसरत अभी बाकी है कुछ शाम अभी बाकी है,
तेरे होठों पे थिरकती हुयी ग़ज़ल लगती है यूँ,ग़ुमनाम मयकदे में हूँ, और जाम अभी बाकी है, Read more
एक पल के लिए बनाने वाला भी रोया होगा,
किसी का अरमान जब यूँ मौत की नींद सोया होगा।
हाँथों की मेहँदी छूटी भी नहीं कि चूड़ियाँ तोड़नी पड़ी,
कौन है जो ये लम्हा देखकर न रोया होगा।
माँ ही गुरू माँ ही ज्ञान
ईश्वर का उत्तम वरदान
पाठशाला तू ही तो है Read more